Hindi moral story on Honesty – ईमानदारी की कहानी

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एक बार की बात है। किसी गांव में एक बहुत ही कुख्यात चोर रहता था।
जिसका नाम मुरारी था। वो दूसरे लोगो के घर पर चोरी करके अपना भरण पोषण करता था। मुरारी का एक बेटा भी था।

जो पढ़ने में काफी होशियार था। मुरारी ने भी दूसरे लोगो की तरह अपने बेटे का एडमिशन भी स्कूल में करवा दिया।
मुरारी का बेटा होशियार तो था लेकिन पैसो के आभाव के कारण बारहवीं तक की शिक्षा ही ले पाया था।

उसने कई जगह नौकरी के लिए आवेदन दिया लेकिन कम शैक्षिक योग्यता के कारण नौकरी नहीं मिल पा रही थी।
एक तो वो चोर का बेटा ऊपर से बारहवीं पास आखिर कौन रखता नौकरी पर।
वो दिन रात बेरोजग़ारों की तरह घर पर ही रहने लगा था। मुरारी अपने बेटे को देख कर बहुत चिंतित रहने लगा।

आखिरकार उसने सोचा की क्यों ना वो अपने बेटे को भी अपना ही काम सीखा दे। जैसे वो खुद अपना पेट पल रहा है वैसे ही उसका बेटा भी अपना पेट भर लेगा।
यही सोच कर एक दिन मुरारी अपने बेटे को अपने साथ ले गया।
दोनों चुपके से एक हवेली के अंदर चले गए। हवेली में बहुत सारे कमरे थे सभी कमरों में रौशनी जगमगा रही थी।
हवेली देख के ऐसा लग रहा था जैसे बहुत ही अमीर आदमी का घर हो।

मुरारी अपने बेटे से बोला – बेटा आज हम इसी हवेली में चोरी करेंगे।
मैं पहले भी इस हवेली में चोरी कर चूका हूँ। बहुत माल मिलता है यहाँ से।
लेकिन मुरारी का बेटा लगातार हवेली के आगे लगी लाइटो को देख रहा था।

मुरारी बोला – बेटा जल्दी से अंदर चल।
बाहर हमे इससे पहले की कोई हमे देख ले हम अपना काम कर ले।
मुरारी का बेटा अभी भी रौशनी को ध्यान से देख रहा था और बड़े ही करुणा से बोला – पिताजी मैं चोरी नहीं कर सकता।
अरे ! तेरा दिमाग खराब हो नहीं हो गया है ना। जल्दी से अंदर चल, मुरारी बोला।

बेटा – पिता जी मैं चोरी नहीं करूँगा।
आप देखिये , जिसके यहाँ हमने कई बार चोरी की देखिये उसकी हवेली आज भी रौशनी से जगमगा रही है।
जबकि हमारे घर में आज भी अँधेरा ही अँधेरा है।
मेहनत और ईमानदारी की कमाई से उसका घर आज भी रौशन है और हमारा अंधकार में है।
चाहे कुछ भी हो जाये मै भी मेहनत और ईमानदारी से ही रोटी कमाऊंगा।
अपने मेहनत की कमाई के दीपक से मेरे घर में भी रौशनी होगी।
मुझे अपने जीवन में मेहनत करके रौशनी लानी है।
मै अपने घर और जीवन को अंधकार में नहीं ले जा सकता हूँ।

ये सब सुनके मुरारी रोने लगा। उसे अपने बेटे की पढाई आज सार्थक होती दिख रही थी।

दोस्तों , बेईमानी और चोरी से इंसान कुछ पल के लिए तो सुखी रह सकता है, लेकिन उसके जीवन में हमेशा के लिए पाप भर जाता है।
ईमानदारी और मेहनत से कमाई हुयी रोटी, बेईमानी से कमाई हुई रोटी से कही ज्यादा कीमती होती है।

दोस्तों ,आपको ये कहानी कैसी लगी। हमे अपने विचार नीचे कमेंट में जरूर दे।

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